दिल्ली में हाल ही में आए भूकंप की पूरी जानकारी और सुरक्षा उपाय
17 फरवरी 2025 को दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने 6.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए। यह भूकंप 5 किमी की गहराई पर आया, जिससे इसका प्रभाव अधिक महसूस किया गया। (timesofindia.indiatimes.com)
दिल्ली में भूकंप क्यों आते हैं?
दिल्ली भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स के टकराव क्षेत्र के पास स्थित है, जिससे यह भूकंप के प्रति संवेदनशील बन जाता है। अतीत में भी दिल्ली में कई बड़े भूकंप आए हैं:
- 10 अक्टूबर 1956: 6.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे दिल्ली में जान-माल का नुकसान हुआ।
- 27 अगस्त 1960: 6.0 तीव्रता के भूकंप से दिल्ली में लगभग 50 लोग घायल हुए।
- 15 अगस्त 1966: मुरादाबाद के पास आए भूकंप में दिल्ली में 14 लोगों की मौत हुई। (ddma.delhi.gov.in)
हाल ही में, 9 फरवरी 2025 को भी दिल्ली से 261 किमी दूर उत्तर-पूर्व में 2.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। (earthquakelist.org)
भूकंप से बचाव और तैयारी के उपाय
दिल्ली सीस्मिक ज़ोन IV में आता है, जो इसे भूकंप की दृष्टि से उच्च जोखिम वाला क्षेत्र बनाता है। इसलिए, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) निम्नलिखित सुरक्षा उपायों पर ज़ोर देता है:
- भवनों की मजबूती: अस्पतालों, स्कूलों और अन्य महत्वपूर्ण इमारतों को भूकंप-रोधी बनाया जाए। (pib.gov.in)
- सामुदायिक जागरूकता अभियान: लोगों को भूकंप के दौरान सही कदम उठाने और आपातकालीन योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाए।
- नियमित अभ्यास और मॉक ड्रिल: आपदा के समय तेजी से कार्रवाई करने के लिए अभ्यास किए जाएं। (ddma.delhi.gov.in)।जानिये भविस्य मे हो सकने वाली आपदा की सम्भावनाये कवेलRashtraNews पर।
निष्कर्ष
हाल के भूकंप यह दर्शाते हैं कि दिल्ली में भूकंप की तैयारी और सतर्कता बेहद ज़रूरी है। मजबूत संरचनात्मक उपायों और जागरूकता अभियानों के जरिए हम भविष्य में होने वाले भूकंपों के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
।।धन्यवाद।।