राजस्थान बजट 2025: समृद्धि की ओर बढ़ता कदम
19 फरवरी 2025 को राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दिया कुमारी ने वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। यह बजट रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और सतत आर्थिक वृद्धि पर केंद्रित है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।
राजस्थान बजट 2025 की मुख्य घोषणाएँ
रोजगार के अवसर
सरकार ने 1.25 लाख नई सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की है। यह युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और बेरोजगारी की समस्या को दूर करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
बुनियादी ढांचा विकास
राज्य में एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए 60,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इससे परिवहन व्यवस्था सुधरेगी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
जल आपूर्ति योजनाएँ
राजस्थान में पेयजल की सुविधा बेहतर करने के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ और विश्वसनीय जल आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
बिजली क्षेत्र में सुधार
राज्य सरकार ने 5 लाख नए बिजली कनेक्शन देने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, हर परिवार को 150 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की गई है, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी।
आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य की सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 2025-26 में 19.89 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। यह राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की ओर बढ़ाने में मदद करेगा।
सामाजिक कल्याण योजनाएँ
इस बजट में कई सामाजिक योजनाओं की भी घोषणा की गई है, जैसे:
- युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम: युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विशेष कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त दवाएँ: बुजुर्गों को जरूरी दवाएँ मुफ्त उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को कम किया जा सके।अगर आपको ऐसे ही समाचार पढ़ना चाहते है तो आपRashtraNews से जुड़ सकते हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान बजट 2025-26 राज्य के विकास के लिए एक दूरदर्शी योजना है। रोजगार, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण पर ध्यान देकर, यह बजट राजस्थान के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बजट दस्तावेज़ों में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
।।धन्यवाद।।